Wednesday, June 29, 2016

शिक्षामित्रों की परिवर्धित विशेष अनुज्ञा याचिका से बदल जायेगा केस का रुख।।

शिक्षामित्रों की ओर से 27 जुलाई की सुनवाई के लिए परिवर्धित विशेष अनुज्ञा याचिका दाखिल की जा रही है।
इस विशेष याचिका के पैरवीकार रबी बहार, केसी सोनकर और साथियोंं का दावा है कि इस याचिका में अब तक सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई सभी याचिकाओं से अलग नजरिया पेश किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट के जनहित याचिका के मामले के सर्वाधिक जानकार और मानवाधिकारों के पक्षधर वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ कोलिन गोन्साल्विस इस याचिका में शिक्षकों (शिक्षामित्रों) की ओर से पेश होंगे।
वर्तमान में भी डॉ कॉलिन गोन्साल्विस देश के एक चर्चित केस मजीठिया वेज बोर्ड से सम्बंधित मीडिया कर्मियों की ओर से खड़े हैं जिस में डॉ कोलिन ने ये ये आदेश करवाया:-
सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश, दो माह के भीतर देना होगा मजीठिया वेतनमान।

देश के जाने माने वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ कॉलिन गोन्साल्विस का कहना है कि शिक्षामित्र निराश न हों उन्हें न्याय ज़रूर मिलेगा।
दूसरी ओर केस के पैरवीकारों का कहना है कि उनके द्वारा जुटाए गए साक्ष्य और तथ्य शिक्षमित्रों के प्रति कोर्ट का बन चुका नज़रिया बदल जायेगा। ये बात वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ कॉलिन ने भी स्वीकार की कि कोर्ट अब तक शिक्षामित्रों को जिस नज़रिये से देखता आ रहा है वाश आउट हो जायेगा।
27 जुलाई 2016 को होने वाली सुनवाई में ये परिवर्धन सम्मिलित हो जायेगा और इस पर उस दिन इस याचिका पर सुनवाई की पूरी सम्भावना है।
पैरवीकारों का कहना है:
आजीविका और मान सम्मान से कोई समझौता नहीं।।
©रबी बहार*, केसी सोनकर और साथी*।।

26 comments:

Unknown said...

टूट गया… सरफिरी हवाओं का… सारा ग़ुरूर ,,,,,,,

एक दिया… खुली छत पर… रातभर जलता रहा ......

Unknown said...

बहार एण्ड टीम पर पूर्ण विश्वास है कि आपके प्रयास से हम सभी को न्याय मिलेगा ।

Unknown said...

बहार एण्ड टीम पर पूर्ण विश्वास है कि आपके प्रयास से हम सभी को न्याय मिलेगा ।

Anonymous said...

इंशा अल्लाह जीत शिमि के कदम चूमेगी।अब सर्वोच्च अदालत ही हमें नयाय देगी।

Unknown said...

खोया सम्मान हम लेकर रहेगे ।
मिल जाय अगर एक भी इंसान बहुत है ।
सारा जहा यार हो ऐसा नहीं होता।
कुछ लोग है जो दर्द छुपाते है जिगर में।
सबको गमो से प्यार हो ऐसा नहीं होता ।
बस सर फिरे ही जान लुटाते है वतन पर ।
हर कोई जानिसार हो ऐसा नहीं होता।
हिम्मत है अगर नन्हे परिंदे में जान है।
फिर तो फलक न पार हो ऐसा नहीं होता।

Unknown said...

खोया सम्मान हम लेकर रहेगे ।
मिल जाय अगर एक भी इंसान बहुत है ।
सारा जहा यार हो ऐसा नहीं होता।
कुछ लोग है जो दर्द छुपाते है जिगर में।
सबको गमो से प्यार हो ऐसा नहीं होता ।
बस सर फिरे ही जान लुटाते है वतन पर ।
हर कोई जानिसार हो ऐसा नहीं होता।
हिम्मत है अगर नन्हे परिंदे में जान है।
फिर तो फलक न पार हो ऐसा नहीं होता।

Janhit Sewa Sansthan said...

बहुत खूब
बहुत खूब
बहुत खूब

Unknown said...

अच्छी पहल का स्वागत। हम आपके साथ हैं

Janhit Sewa Sansthan said...

आप सब का इस मिशन में साथ देने और हम पर भरोसा जताने का दिल से आभार

Janhit Sewa Sansthan said...

आप सब का इस मिशन में साथ देने और हम पर भरोसा जताने का दिल से आभार

Janhit Sewa Sansthan said...

आप सब का इस मिशन में साथ देने और हम पर भरोसा जताने का दिल से आभार

Moin ansari said...

inshaallah jeet sm k h hoge ar bhar bhai jariya banege sc ke jeet ka.gud bhar bhai &kc bhai

Unknown said...

Humari jeet jroor hogi insha Allah ... Suprime court me hume nyay jroor milega... Rabie bhai aap apna kaam krte rahiye... 👍👍👍👍👍

Unknown said...

Humari jeet jroor hogi insha Allah ... Suprime court me hume nyay jroor milega... Rabie bhai aap apna kaam krte rahiye... 👍👍👍👍👍

Moin ansari said...
This comment has been removed by the author.
Moin ansari said...
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Unknown said...

विरोधी चारो खाने चित हो जायेंगे 27 जुलाई को

Moin ansari said...

inshaallah jeet sm k h hoge ar bhar bhai jariya banege sc ke jeet ka.gud bhar bhai &kc bhai

Atar Rajawat said...

Very good ravi a vahaar ji

Unknown said...

हर बात सही कहते हो हल क्यों नहीं देते
तुम यार ज़माने को बदल क्यों नहीं देते
वादे तो सियासत में बहुत बार किए हैं
जनता से कहा आज तो कल क्यों नहीं देते
जन्नत को बसाना था तुम्हें अपनी ज़मीं पर
तुमने दिए जो पेड़ वो फल क्यों नहीं देते
लोगों ने जो सौंपा तुम्हें विश्वास, न तोड़ो
हर चीज़ नक़ल दी है असल क्यों नहीं देते
तय है कि गुलिस्तान भी आएँगे सफ़र में
ऐ दोस्त बियाबान से चल क्यों नहीं देते
पढ़ डाले हैं उसने सभी दीवान तुम्हारे
तुम उसको नए रँग की ग़ज़ल क्यों नहीं देते

हमें आप पर पूरा भरोसा है रवि जी कि उसे नए रंग की गजल ही मिलेगी

Unknown said...

हर बात सही कहते हो हल क्यों नहीं देते
तुम यार ज़माने को बदल क्यों नहीं देते
वादे तो सियासत में बहुत बार किए हैं
जनता से कहा आज तो कल क्यों नहीं देते
जन्नत को बसाना था तुम्हें अपनी ज़मीं पर
तुमने दिए जो पेड़ वो फल क्यों नहीं देते
लोगों ने जो सौंपा तुम्हें विश्वास, न तोड़ो
हर चीज़ नक़ल दी है असल क्यों नहीं देते
तय है कि गुलिस्तान भी आएँगे सफ़र में
ऐ दोस्त बियाबान से चल क्यों नहीं देते
पढ़ डाले हैं उसने सभी दीवान तुम्हारे
तुम उसको नए रँग की ग़ज़ल क्यों नहीं देते

हमें आप पर पूरा भरोसा है रवि जी कि उसे नए रंग की गजल ही मिलेगी

mohit k tyagi said...

मैं अपने सभी साथियों का इस मंच पर हार्दिक स्वागत करता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि आपका विश्वास ना कभी कम होने दिया जाएगा ना टूटने दिया जाएगा

mohit k tyagi said...

मैं अपने सभी साथियों का इस मंच पर हार्दिक स्वागत करता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि आपका विश्वास ना कभी कम होने दिया जाएगा ना टूटने दिया जाएगा

Unknown said...

Good work team sc. Hope will alive when u step out...

Unknown said...

सफलता जरूर मिलेगी

Prem said...

जय माता दी।